अशोध्य ऋण वसूली |
अशोध्य ऋण वसूली | Bad Debt Recovered
पूर्व वर्षों में अशोध्य ऋण मानकर अपलेखित को गयी राशि कभी-कभी आगामी वर्ष में प्राप्त कर लो जाती है, यह व्यापार का लाभ होता है। पूर्व अपलेखित ऋण से प्राप्त राशि से देनदार खाता समाकलन (Credit) नहीं किया जाता, क्योंकि उसका खाता उसी समय अप्राप्त मानकर बंद कर दिया गया था।
अतः अप्राप्त ऋण की वसुली का लेखा करने के लिए एक नया खाता खोला जाता है, जिसे अप्राप्त ऋण की वसूली खाता (Bad debts recovered A/c) कहते हैं। अप्राप्त क्षण को वसुली से प्राप्त राशि के लिए रोकड़ खाता विकलन (Debit) किया जाता है तथा अप्राप्त ऋण वसुली खाता समाकलन (Credit) किया जाता है।
अप्राप्त ऋण जो पहले हानि मानकर लाभ-हानि खाते में विकलित (Debit) किया गया था, को वसुली अब व्यापार के लिए लाभ है अन्तिम खाते बनाते समय अप्राप्त ऋण वसूली खाते का शेष लाभ-हानि खाते के समाकलन पक्ष (Credit side) में हस्तांतरित किया जाता है।
इस प्रकार प्राप्त ऋण वसूली खाता बंद हो जाता है और यदि अप्राप्त ऋण वसूली खाते का शेष अल्प राशि हो, तो इसे लाभ-हानि खाते में हस्तांतरित करने के स्थान पर संदिग्ध ऋण संचम खाते में भी हस्तांतरित किया जा सकता है।
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