अन्तिम रहतिया
अन्तिम रहतिया | Closing Stock
वर्ष के अन्त में जो माल बिना बिके शेष रह जाता है, उसे अन्तिम रहतिया (Closing Stock) कहा जाता है। व्यापार की शुद्ध लाभ की गणना के लिए अन्तिम रहतिया का मूल्यांकन आवश्यक है। अन्तिम स्टॉक के मूल्यांकन की दो विधियाँ प्रचलित हैं
1. अनुमानित मूल्यांकन - इस विधि से उपलब्ध माल का अनुमान लगाकर अनुमानित लागत निकाल लिया जाता है और उस पर लगे व्ययों को शामिल कर लिया जाता है।
2. वास्तविक मूल्यांकन - इस विधि में प्रत्येक माल की एक सूची तैयार की जाती है तथा सूची के प्रत्येक वस्तु का मूल्यांकन किया जाता है। अन्तिम स्टॉक का मूल्यांकन वास्तविक लागत मूल्य तथा बाजार मूल्य दोनों में जो भी कम है, उस पर किया जाना चाहिए। इस तरह से प्राप्त मूल्य अंतिम स्टॉक का सही मूल्यांकन होगा अंतिम रहतिया व्यापार खाते के समाकलन पक्ष (Credit side) में तथा स्थिति विवरण के संपत्ति पक्ष में प्रदर्शित किया जाता है।
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