डाक सेवा की आवश्यकता तथा महत्व बताइए

आज के व्यावसायिक तथा औद्योगिक युग में डाक सेवाओं का विशेष महत्व पाया जाता है। यह व्यापार तथा व्यवसाय के विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय सेवायें प्रदान करके हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। 


हमारे देश में डाक विभाग की स्थापना छ के दशक में हुई। यह डाक विभाग केन्द्रीय सरकार के संचार मन्त्रालय के अन्तर्गत कार्य करता है। इसका सबसे महत्वपूर्ण अधिकारी डायरेक्टर जनरल होता है। यही नहीं इसके अन्तर्गत पूरे देश को वृत्तों में बाँटा जाता है। 


प्रत्येक वृन्त का मुख्य अधिकारी पोस्ट मास्टर जनरल होता है, यह वृन्त की गतिविधियों पर नियन्त्रण रखता है। इसकी सहायता के लिये प्रत्येक जिला स्तर पर सुप्रिटेन्डेन्ट होते हैं। इसके नीचे पोस्ट मास्टर, निरीक्षक तथा सब पोस्टमास्टर होते हैं। 


एक सूचना के अनुसार इस समय हमारे देश में 1, 54, 149 डाकघर तथा 5-74, 501 पत्र पेटियाँ कार्यरत हैं। इसकी सेवाओं को देखते हुये कहा जा सकता है कि आज यह हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग बन गया है। यही कारण है कि इसकी आवश्यकता विभिन्न प्रकार की सेवाओं को प्रदान करने के लिये अनुभव की जाती है।




डाक सेवा की आवश्यकता :


dak-seva-ka-mahatva



1. समाचार प्रेषण - 


डाकघर द्वारा जनता तथा व्यावसायिक जगत को समाचार भेजने की सेवा प्राप्त होती है। यह सन्देश सेवा एक स्थान से दूसरे स्थानों को आसानी से कम से कम व्यय पर भेजा जा सकती है। यही नहीं यह सेवा देशी तथा विदेशी स्तर पर प्राप्त की जा सकती है। इससे व्यापार का विकास होता है तथा क्रेता व विक्रेता एक दूसरे के सम्पर्क में आते हैं। पोस्ट कार्ड, अन्तर्देशीय, लिफाफे, पार्सल, रजिस्ट्री, वी. पी. पी, बुक पोस्ट, पैकेट आदि के माध्यम से डाकघर अपनी बहुमूल्य सेवायें प्रदान करते हैं।


2. शीघ्र संचार सेवा - 


यदि यह कहा जाये तो अतिशयोक्ति न होगी कि डाकघर ने शीघ्र संचार की सेवायें प्रदान करके समस्त विश्व को एक परिवार तथा स्वरूप प्रदान कर दिया है। आज प्रत्येक विकसित तथा विकासशील देश में तार, टेलीफोन, मोबाइल, टेलेक्स, फैक्स, टेलीविजन, ई-मेल तथा इन्टरनेट के माध्यमों से व्यक्तिगत तथा व्यावसायिक जगत की सूचनायें प्राप्त की जा सकती हैं। इन सूचनाओं के कारण आज डाक सेवाओं की आ गये हैं। यह कहना गलत न होगा कि विश्व की दूरी समाप्त हो गयी है तथा देश एक दूसरे के निकट आवश्यकता तथा महत्व 


3. धन का हस्तान्तरण -


व्यावसायिक तथा औद्योगिक जगत में आज शीघ्रता से धन के हस्तान्तरण की भी आवश्यकता पड़ती है। धन को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने में भी डाकघर सेवा का महत्वपूर्ण योगदान पाया जाता है। मनीऑर्डर, पोस्टल ऑर्डर, बीमा, टिकटें आदि धन के हस्तान्तरण के महत्वपूर्ण साधन हैं। शीघ्रता के लिये तार मनीऑर्डर (J.M. O.) का भी प्रयोग किया जा सकता है। इसीलिये कहा जाता है कि धन के हस्तान्तरण की सेवा डाकघर की एक महत्वपूर्ण सेवा है।



4. बैंकिंग सेवा - 


डाकघर द्वारा बैंकिंग सेवा की जाती है। इसके अन्तर्गत जनता की छोटी छोटी बचतों को एकत्रित करके देश के आर्थिक विकास की योजनाओं में इसका उपयोग किया जाता है। अनेक प्रकार की बचत योजनाओं के माध्यम से डाकघर ये सेवायें लोगों को प्रदान करती हैं। इस सम्बन्ध में कहा जा सकता है कि राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र, इन्दिरा विकास पत्र, किसान विकास पत्र, बचत खाते तथा मासिक आय योजना को लागू करके पूँजी निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।


5. अन्य सेवायें - 


इसके अतिरिक्त डाक द्वारा व्यापार के संचालन के माध्यम से डाकघर आज के व्यावसायिक जगत को महत्वपूर्ण व बहुमूल्य सेवा प्रदान करता है। इसी प्रकार डाक द्वारा कई अन्य प्रकार की सेवायें भी प्रदान की जाती हैं। इनमें परिचय पत्र जारी करना, पोस्ट बॉक्स तथा पोस्ट बैग की सुविधा देना, खिड़की पर सुपुर्दगी सेवा, वायरलेस आदि के लाइसेन्स प्रदान करने आते हैं।


इस आधार पर कहा जा सकता है कि आज प्रत्येक दृष्टि से डाकघर सेवाओं की नितान्त तथा अनिवार्य आवश्यकता पायी जाती है। इसके अभाव में व्यावसायिक जगत शिथिल हो जायेगा।


यह भी पढ़े -

        एक टिप्पणी भेजें

        0 टिप्पणियाँ